5 Easy Facts About Shodashi Described
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Neighborhood feasts Engage in an important function in these gatherings, the place devotees arrive alongside one another to share foods That always include things like classic dishes. These types of foods rejoice both equally the spiritual and cultural facets of the festival, improving communal harmony.
साहित्याम्भोजभृङ्गी कविकुलविनुता सात्त्विकीं वाग्विभूतिं
हस्ते पङ्केरुहाभे सरससरसिजं बिभ्रती लोकमाता
Charitable acts including donating food items and dresses into the needy are also integral to your worship of Goddess Lalita, reflecting the compassionate facet of the divine.
When Lord Shiva listened to about the demise of his spouse, he couldn’t Management his anger, and he beheaded Sati’s father. Even now, when his anger was assuaged, he revived Daksha’s everyday living and bestowed him using a goat’s head.
The Mahavidya Shodashi Mantra is also a powerful Instrument for the people searching for harmony in personal relationships, Innovative inspiration, and steering in spiritual pursuits. Frequent chanting fosters psychological therapeutic, boosts intuition, and helps devotees accessibility higher knowledge.
कैलाश पर्वत पर नाना रत्नों से शोभित कल्पवृक्ष के नीचे पुष्पों से शोभित, मुनि, गन्धर्व इत्यादि से सेवित, मणियों से मण्डित के मध्य सुखासन में बैठे जगदगुरु भगवान शिव जो चन्द्रमा के अर्ध भाग को शेखर के रूप में धारण किये, हाथ में त्रिशूल और डमरू लिये वृषभ वाहन, जटाधारी, कण्ठ में वासुकी नाथ को लपेटे हुए, शरीर Shodashi में विभूति लगाये हुए देव नीलकण्ठ त्रिलोचन गजचर्म पहने हुए, शुद्ध स्फटिक के समान, हजारों सूर्यों के समान, गिरजा के अर्द्धांग भूषण, संसार के कारण विश्वरूपी शिव को अपने पूर्ण भक्ति भाव से साष्टांग प्रणाम करते हुए उनके पुत्र मयूर वाहन कार्तिकेय ने पूछा —
ह्रींश्रीर्मैंमन्त्ररूपा हरिहरविनुताऽगस्त्यपत्नीप्रदिष्टा
भगवान् शिव ने कहा — ‘कार्तिकेय। तुमने एक अत्यन्त रहस्य का प्रश्न पूछा है और मैं प्रेम वश तुम्हें यह अवश्य ही बताऊंगा। जो सत् रज एवं तम, भूत-प्रेत, मनुष्य, प्राणी हैं, वे सब इस प्रकृति से उत्पन्न हुए हैं। वही पराशक्ति “महात्रिपुर सुन्दरी” है, वही सारे चराचर संसार को उत्पन्न करती है, पालती है और नाश करती है, वही शक्ति इच्छा ज्ञान, क्रिया शक्ति और ब्रह्मा, विष्णु, शिव रूप वाली है, वही त्रिशक्ति के रूप में सृष्टि, स्थिति और विनाशिनी है, ब्रह्मा रूप में वह इस चराचर जगत की सृष्टि करती है।
By embracing Shodashi’s teachings, folks cultivate a daily life enriched with objective, really like, and connection towards the divine. Her blessings remind devotees with the infinite elegance and wisdom that reside inside of, empowering them to Dwell with authenticity and joy.
कर्त्री लोकस्य लीलाविलसितविधिना कारयित्री क्रियाणां
Chanting the Mahavidya Shodashi Mantra sharpens the head, enhances concentration, and improves mental clarity. This reward is valuable for college students, industry experts, and people pursuing intellectual or creative aims, as it fosters a disciplined and focused approach to duties.
भर्त्री स्वानुप्रवेशाद्वियदनिलमुखैः पञ्चभूतैः स्वसृष्टैः ।
श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥१०॥